“बाबू बड़ा
न भैया, सबसे बड़ा
रुपैया” पति
का श्राद्धकर्म पूरा होते
ही ससुराल
बालों का असली चेहरा
आया सामने
सांकेतिक चित्र |
Pandarak Police Station
पीड़ित महिला
प्रीति देवी
के सामने
उसके ससुराल
बालो का असली चेहरा
उस वक्त
सामने आया
जब महिला
के पति
ने उसका
साथ छोड़
दिया। पीड़ित
महिला प्रीति
देवी के पति अमरजीत
सिंह की मौत सड़क
हादसे में
8 जून को हो गया
था। पति
के मौत
का गम झेलने के बावजूद प्रीति
देवी ने अपने पति
का श्राद्धकर्म का भार
उठाया। उसके
बाद भी प्रीति देवी
के ससुराल
बालो ने संपत्ति हरपने
की नियत
से उसके
साथ गाली-गलौज और मारपीट किया।
पंडारक थाना
प्रीति देवी
ने जब इसका विरोध
किया और थाना में
शिकायत करने
की बात
कही तो उनलोगों ने उसे घर के एक कमरे में
बंद कर दिया। ससुराल
बालों ने प्रीति देवी
को कई घंटे तक कमरे में
बंद रखा।
जब प्रीति
देवी का सहन शक्ति
जबाब देने
लगा तो उसने पड़ोसी
की मदद
से मोबाइल
द्वारा स्थानीय पंडारक थाना
से संपर्क
किया, और खुद
को ससुराल
बालों द्वारा
बंधक बनाये
जाने की सूचना दिया।
पंडारक चिंतामनचक
सूचना मिलने बाद पंडारक थाना चिंतामनचक गाँव पहुँच गई जहाँ महिला को बंधक बनाया गया था। गाँव बालों से पूछताछ करने के बाद पुलिस उस घर में पहुंची तो देखा की घर के सभी सदस्य गायब है और एक कमरे में महिला को बंद पाया। पुलिस ने महिला को मुक्त कराकर उसके ससुराल बालों के खिलाफ धमकाने और प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज कर लिया।
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