शेयर बाजार या अन्य ऑनलाइन अर्निंग मार्केट में निवेश करने वाले लोगों के बीच ONPASSIVE की चर्चा खूब हो रही है। कुछ ही दिनों में अमीर बनने की चाहत में कई लोगों ने इस कम्पनी में रकम निवेश कर दिया है। ONPASSIVE न तो शेयर मार्केट से जुडी है और न ही यह कम्पनी अपने किसी निवेशक को कुछ ही दिनों में अमीर बनने का सपना दिखाती है। तो सवाल यह उठता है कि ONPASSIVE कम्पनी क्या है और यह अपने निवेशकों का रकम किस तरह से वापस करेगी।
onpassive kya hai |
ONPASSIVE क्या है
यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं या आपने इस कम्पनी में रकम निवेश कर लिया है तो आपको जरूर जानना चाहिए की ONPASSIVE क्या है और यह कम्पनी अपने निवेशकों का रकम किस तरह से वापस करेगी।
onpassive kya hai
ONPASSIVE एक तरह का इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कम्पनी है। जो कई तरह के सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेब टूल बनाकर लॉन्च करने वाली है। हालाँकि इस तरह के सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेब टूल पहले से ही उपलब्ध है। जिसका उपयोग लोग अपने कम्प्यूटर और मोबाइल में कर रहे हैं। लेकिन इसमें नई बात यह है कि आने वाले कुछ वर्षों में लोग पूरी तरह से इस टेक्नोलॉजी पर आश्रित हो जायेंगे। जिसे ध्यान में रखते हुए ONPASSIVE ने औरों से वेहतर अपना सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेब टूल लॉच करने का दावा किया है।
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यहाँ पर समझने वाली बात यह है कि किसी भी सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन या वेब टूल को लॉन्च करने के बाद उसे उपभोगताओं तक पहुंचाना सबसे बड़ा मुश्किल काम होता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस कम्पनी ने फाउंडर के रूप में करीब 200 देशों में 14 लाख से अधिक उपभोगताओं को जोड़ लिया है। यह कम्पनी जब भी कोई एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर या वेब टूल लॉन्च करेगी तो उसे लॉच होते ही 14 लाख से अधिक उपभोगता इस्तेमाल करने लगेंगे। तो जाहिर सी बात है कि इस कम्पनी का कोई भी प्रोडक्ट 14 लाख लोगों तक बिना किसी विज्ञापन के आसानी से पहुँच जायेगा। उसके बाद ये सभी 14 लाख फाउंडर मिलकर अपने कम्पनी का प्रोडक्ट आम लोगों तक पहुचाने का काम करेंगे। तो इस तरह से इस कम्पनी का प्रोडक्ट आम लोगों तक पहुचाने बाला सबसे मुश्किल काम आसान हो जायेगा।
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ONPASSIVE कम्पनी द्वारा किये गए दावे के अनुसार यदि इस कम्पनी का सॉफ्टवेयर, एप्लिकेशन और वेब टूल औरों से वेहतर साबित होता है तो आने वाले कुछ ही महीनों में यह पूरी दुनिया में फ़ैल जायेगी। लेकिन यदि कम्पनी का दावा फेल होता है या इसका सॉफ्टवेयर एप्लीकेसन और वेब टूल लोगों को पसंद नहीं आता है तो यह सिर्फ अपने 14 लाख फाउंडर के बीच ही सिमटकर रह जायेगी।
onpassive ceo ash mufareh
अब बात निवेशकों यानि फाउंडर की करते है। जिन लोगों ने इस कम्पनी में अपना रकम निवेश किया है उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि ONPASSIVE एक अमेरिकन कम्पनी है और अमेरिका में किसी भी फ़्रॉड करने वाले व्यक्ति या कम्पनी को उम्रकैद की सजा दिया जाता है। इसलिये फाउंडर को घबराने की कोई जरूरत नहीं है। क्योकि उसके साथ फ़्रॉड की संभावना न के बराबर है। इस कम्पनी के CEO का नाम Mr.Ash Mufareh है। यह कम्पनी एक नई इंटरनेशनल आय टी कंपनी है जो इंटरनेट के सभी प्रकार के टुल्स बनाने का काम कर रही है। जिस तरह से फेसबुक, गूगल तथा अन्य कई तरह के वेब टुल्स का बहुत बड़ा उपभोगताओं का नेटवर्क हो चुका है, बिलकुल उसी तरह ONPASSIVE के खुद के सिस्टिम में बनाए हुए सभी इंटरनेट टुल्स आने बाले कुछ महीनों में देखा जा सकता है। जिसमें करोड़ो इंटरनेट यूजर्स का बहुत बड़ा नेटवर्क स्थापित होने जा रहा है।
onpassive founder
ONPASSIVE ने अपने निवेशकों को सिर्फ 102 डॉलर में ही फाउंडर बनाया है। जिसके कारण इसमें कुछ ही दिनों में 14 लाख से अधिक फाउंडर जुड़ गये है। तो कम्पनी ने अब फाउंडर बनाना बंद कर दिया है। फाउंडर को आसान भाषा में कम्पनी का शेयर होल्डर कहा जा सकता है। लॉन्च के बाद जब कम्पनी को मुनाफा होगा तो उसे सभी फाउंडर के बीच बांटा जायेगा। यह शिलशिला वर्षो तक चलेगा। इसमें फाउंडर कुछ ही दिनों में अमीर तो नही बनेंगे लेकिन उसे ONPASSIVE से लम्बे समय तक घर बैठे शेयर मिलता रहेगा।
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