Onpassive Whatsapp Group Link
यदि आप Onpassive के Founders, Reseller या Customer है, और Onpassive के New Update के साथ जुड़े रहना चाहते हैं तो यह Post आपके लिए बहुत काम की है। इस पोस्ट के जरिये आप हमारे Onpassive Founders Helper Whatsapp Group को Join कर सकते हैं। जिसका लिंक इस पोस्ट के अंत में मिल जायेगा। Onpassive Founders Helper Whatsapp Group में हम हर रोज Onpassive के New Update को Video के माध्यम से Share करते है।
Onpassive Whatsapp Group Link India |
Onpassive Whatsapp Group Link India
Onpassive से सम्बंधित हर
समस्या का समाधान हम Video के माध्यम से इस ग्रुप में शेयर
करते हैं। यदि आपको Ofounders में Login करने में किसी तरह का समस्या हो रहा है, या कोई Error
मैसेज आ रहा है। या Onpassive Ecosystem में Login
करने में समस्या हो रहा है, या कोई Error
मैसेज आ रहा है तो इसका भी समाधान Video के
माध्यम से बताया गया है। Video में दी गई जानकारी हिन्दी
भाषा में होता है जिसे आप आसानी से समझ सकते हैं। आपको समझने में किसी प्रकार का
कोई समस्या नहीं होगा।
Onpassive Whatsapp Group
यदि आप Onpassive द्वारा लॉन्च किया गया किसी प्रॉडक्ट को इस्तेमाल करना नहीं जानते हैं, और उसके बारे में जानना चाहते हैं तो उसके बारे में भी Video के माध्यम से बताया गया है। Onpassive द्वारा लॉन्च किया गया प्रॉडक्ट जैसे Omail, Onet, Otrim, Oconnect और अन्य कई प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने का सही तरीका बताया गया है। तो यदि आप Onpassive New Update के साथ जुड़े रहना चाहते हैं तो आप हमारे Whatsapp Group को ज्वॉइन कर सकते हैं।
Onpassive Whatsapp Group Link India |
What Is Onpassive Company
ONPASSIVE एक तरह का इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कम्पनी है। जो कई तरह के सॉफ्टवेयर,
एप्लीकेसन और वेब टूल बनाकर लॉन्च करने वाली है। हालाँकि इस तरह के
सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेब टूल पहले से ही उपलब्ध है।
जिसका उपयोग लोग अपने कम्प्यूटर और मोबाइल में कर रहे हैं। लेकिन इसमें नई बात यह
है कि आने वाले कुछ वर्षों में लोग पूरी तरह से इस टेक्नोलॉजी पर आश्रित हो
जायेंगे। जिसे ध्यान में रखते हुए ONPASSIVE ने औरों से
वेहतर अपना सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेब टूल लॉच करने का
दावा किया है।
Onpassive का Otrim क्या है?
Onpassive Ecosystem सिस्टम
में 28 नवम्बर को रात्रि में Otrim लॉन्च
किया गया। जो सभी Founders के लिए बड़ी खबर और खुशी की बात
है। इस टूल में कमाल का फीचर दिया गया है जिसे यूजर आसानी से इस्तेमाल कर सकते
हैं। लेकिन Otrim लॉन्च होने के बाद Ecosystem को कुछ घण्टों के लिए बन्द कर दिया गया था। जिसके कारण Ecosystem पोर्टल कुछ घण्टों के लिए काम नहीं कर रहा था। जब Ecosystem सिस्टम पोर्टल सभी के लिए पब्लिक किया गया तो उसमें Otrim वेबटूल लांच किया जा चूका था। जिसे इस्तेमाल करने का मौका 30 नवम्बर को मिला। तो आज के इस विडियो में हम बात करेंगें की Onpassive
Ecosystem का यह वेबटुल Otrim क्या है और इसे
यूजर किस तरह से इस्तेमाल करेंगें।
Onpassive Company Details
Onpassive के Ecosystem
में लांच किया गया यह Otrim प्रोडक्ट एक तरह
का वेबटुल है। जो पूरी तरह से फ्री है। इसे हर कोई इस्तेमाल कर सकता है। यानी इसे Founders
भी इस्तेमाल कर सकते हैं और इसे आम यूजर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
लेकिन आम यूजर को इस्तेमाल करने से पहले उन्हें इसमें अपना बनाना होगा। यानी आम
यूजर को पहले Onpassive Ecosystem में अपना Omail
Account बनाना होगा। उसके बाद यूजर इसे इस्तेमाल कर सकेंगें। Onpassive
का यह Otrim वेबटुल किसी भी लम्बी वेबलिंक को
आसानी से कुछ ही सेकेंड में शार्ट करके नया शार्ट लिंक देता है। यानी इसमें यूजर
किसी भी लॉन्ग वेबलिंक को कुछ ही सेकेंड में बड़े आसानी से शार्ट लिंक में कंभर्ट
कर सकते हैं। चाहे वह वेबलिंक किसी यूट्यूब वीडियो को हो या किसी वेबपेज का। इस Otrim
वेबटुल की मदद से किसी भी लॉन्ग वेब लिंक को शार्ट किया जा सकता है।
Onpassive Company Details In Hindi
Onpassive लॉन्च होने के बाद
सभी Founders के दिमाग में एक ही सवाल आ रहा है कि Onpassive
लॉन्च तो हो गया लेकिन Onpassive से Founders
की अर्निंग स्टार्ट कब होगा। कब यह खुशखबरी Founders को सुनने के लिए मिलेगा। onpassive से अर्निंग करने
के लिए ही सभी Founders ने इसमें रकम इंभेस्ट किया था। कुछ Founders
तो कई वर्षों से इसमें मेहनत कर रहे है। और कई फाउंडर्स कुछ महीने
पहले इसमें रकम इंभेस्ट करके सामिल हुए है। लेकिन सभी का एक ही सवाल है कि Onpassive
से अर्निंग कब शुरू होगा। आज का यह विडियो इसी टॉपिक पर आधारित है।
इसलिए इस विडियो को बिना स्किप किये ध्यान से देखिएगा। तभी आप अच्छे से समझेंगे की
Onpassive से अर्निंग शुरू कब होगा।
Onpassive Latest News Today In Hindi
Onpassive एक आईटी कम्पनी
यानी इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी कम्पनी है। जो AI टेक्नोलॉजी पर
आधारित सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल लॉन्च करने वाली है। Onpassive
का प्रोडक्ट सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल
जब लॉन्च होगा, तो वह आफिसियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगा।
यानी अभी जो सॉफ्टवेयर वेबटुल और एप्लीकेसन हम अपने लैपटॉप और मोबाइल में इस्तेमाल
कर रहे हैं उससे कई गुणा बेहतर और स्मार्ट Onpassive का
सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल होगा। जिसे बनाने में Onpassive
के कर्मचारी लगे हुए है। इसे बनाने में कड़ी मेहनत और समय लगता है।
जब सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल बनकर तैयार हो जाता है तो
उसे टेस्टिंग और उसकी कमियां ढूंढने के लिए साइवर विभाग में भेजा जाता है। साइवर
विभाग द्वारा सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल को चेक करने
बाद यदि कोई कमी मिलता है तो उसे फिर से वापस कमियों को सोलभ करने के लिए भेज दिया
जाता है। इस तरह से यह प्रक्रिया कई बार होता है जिसमे कई दिन और महीने भी लग जाता
है। जब तक पूरी तरह से सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल
कम्प्लीट नहीं हो जाता है। उसे लॉन्च नहीं किया जाता है।
Onpassive Products
Onpassive तो लॉन्च हो गया है
लेकिन अभी तक उसका कोई भी सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल
पूरी तरह से लॉन्च नहीं हुआ है। जब तक Onpassive का कोई एक
प्रोडक्ट सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन या वेबटुल पूरी तरह से लॉन्च
होने के बाद मार्केट में नहीं दिखने लगता है, यानी जब तक
यूजर Onpassive के किसी प्रोडक्ट को इस्तेमाल नही करता है तब
तक Onpassive से अर्निंग की बात करना बेईमानी होगा।
Onpassive Founder Income
चलिये इस पुरे प्रोसेस को हम एक उदाहरण से
समझते है। मान लिया जाय कि Onpassive एक दुकान है। और इस दुकान
में Onpassive द्वारा बनाया जाने बाला सामग्री बेचा जायेगा।
दुकान को रंग पेन्ट डेकोरेशन और फनीचर से सजाकर उदघाटन कर दिया गया है। लेकिन इस
दुकान में बेचने के लिए अभी तक कोई सामान नहीं है। तो उस दुकान में अर्निंग कैसे
होगा। जब दुकान में बेचने के लिए कोई सामान आएगा, सामान
बिकेगा उसके बाद अर्निंग शुरू होगा। उसी तरह जब onpassive का
कोई प्रोडक्ट सॉफ्टवेयर, एप्लीकेसन और वेबटुल लॉन्च होगा और
यूजर उसे इस्तेमाल करने लगेंगे तो अर्निंग होना शुरू हो जायेगा। जिसमें कुल
अर्निंग का 50% हिस्सा Onpassive खुद
रख लेगा और बचा हुआ 50% हिस्सा को सभी फाउंडर्स में बाँट
देगा। जब इसमें अर्निंग शुरू हो जायेगा तो लम्बे समय तक चलता रहेगा। इसमें कोई दो
राय नहीं है। कुल मिलाकर इसे आसान शब्दों में कह सकते है कि Onpassive
founders को अर्निंग के लिए थोड़ा इंतजार और करना होगा।
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